7 Fastest Direct Selling Company In India Amazing Facts

Direct Selling Company In India

Table of Contents

Direct Selling Company In India

Direct Selling Company In India
Direct Selling Company In India

Direct Selling एक ऐसा तरीका है जिसमें उत्पादों या सेवाओं को सीधे ग्राहकों तक पहुँचाया जाता है, बिना किसी स्थायी दुकान या रिटेल आउटलेट के। आमतौर पर यह बिक्री ग्राहकों के घर, ऑफिस या किसी अन्य स्थान पर जाकर की जाती है, जहाँ सेलर उन्हें प्रोडक्ट की जानकारी और डेमो देकर समझाता है।यह बिक्री का एक बहुत पुराना और भरोसेमंद तरीका है, जो पारंपरिक रिटेल मॉडल से मिलता-जुलता है — फर्क बस इतना है कि यहाँ बिचौलियों की बजाय सीधा ग्राहक और सेलर आमने-सामने होते हैं।

History and Evolution of Direct Delling

आधुनिक Direct Selling इंडस्ट्री की नींव सबसे पहले अमेरिका में रखी गई, जब 1886 में Avon की स्थापना हुई। इस मॉडल ने खुद को सफल साबित किया, क्योंकि इसमें बिक्री और वितरण की लागत कम थी, और ग्राहक के साथ सीधा जुड़ाव होता था। जैसे-जैसे इसका विस्तार हुआ, डायरेक्ट सेलिंग का दायरा बढ़ता गया और इसमें कॉस्मेटिक्स, पर्सनल केयर, घरेलू सामान, एक्सेसरीज़ और कई अन्य उत्पाद भी शामिल हो गए।

इस बदलाव की एक बड़ी ताकत बनीं महिलाएँ, जिन्होंने डायरेक्ट सेलिंग को न केवल एक कमाई का ज़रिया माना, बल्कि स्वावलंबन और सशक्तिकरण की दिशा में भी एक कदम समझा।

इसके बाद Direct Selling में एक और बड़ा बदलाव आया — मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) प्लान्स का आगमन। 20वीं सदी के मध्य में जब यह प्लान सामने आया, तो पहली बार ग्राहकों को भी यह मौका मिला कि वे सिर्फ प्रोडक्ट खरीदने वाले न रहकर, खुद भी बिजनेस पार्टनर बन सकें और दूसरों को जोड़कर खुद की इनकम बना सकें।

इस मॉडल को दुनियाभर में खूब सराहा गया, और Avon, Tupperware, Amway जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियों ने इसे अपनाया और डायरेक्ट सेलिंग की दुनिया को एक नया मुकाम दिया।

 

Direct Selling, which is an Established Global Industry,
Evolved in the USA in the 1920s And 1930s.

Direct Selling आज के समय में एक तेज़ी से बढ़ता और आधुनिक वितरण चैनल बन चुका है, जिसके ज़रिए प्रोडक्ट्स और सेवाएं सीधे ग्राहकों तक पहुँचाई जाती हैं। इस मॉडल में ज़्यादातर बिक्री स्वतंत्र सेल्सपर्सन द्वारा की जाती है, जो ग्राहक को उत्पाद की पूरी जानकारी और डेमो देकर उसे समझाते हैं।

यह एक विशेष वितरण प्रणाली है, जो सिर्फ B2C (बिजनेस-टू-कंज़्यूमर) ही नहीं, बल्कि B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस) लेवल पर भी काम करती है।

डायरेक्ट सेलिंग की जड़ें बहुत पुरानी हैं। इसकी शुरुआत उन दिनों हुई थी जब हॉकर्स और पेडलर्स (घूम-घूम कर बेचने वाले व्यापारी) दूर-दूर जाकर बिना ब्रांड वाले सामान बेचा करते थे। तब न डोरबेल थी, न कैटलॉग और न ही ऑर्डर फॉर्म। वो सिर्फ अपने अनुभव, समझ और बोलने की कला के दम पर जीवन चलाते थे।

शुरुआती दौर के ये विक्रेता मिट्टी के बर्तन, पत्थर के हथियार, औज़ार, खेती से जुड़े उत्पाद और कच्चा माल दूर-दराज़ के लोगों से बिना किसी ब्रांड के अदला-बदली करते थे।

समय के साथ ये विक्रेता बदले, और अब वे शहरों में घर-घर जाकर ब्रांडेड प्रोडक्ट बेचने वाले स्वतंत्र सेल्सपर्सन बन गए।

1800 के दशक के मध्य से अंत के बीच अमेरिका में Direct Selling कंपनियों की नींव रखी गई। इनका उद्देश्य था – उपभोक्ता तक उत्पाद को सीधा पहुँचाना।

इन्हीं में से एक थी Avon, जिसकी स्थापना 1886 में हुई थी। यह कंपनी महिलाओं के लिए कमाई और घर से बाहर काम करने का एक सशक्त माध्यम बनी। और देखते ही देखते, 1920 तक Avon की कमाई 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गई — जो उस समय एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी।

With the Development in the Direct Selling Model, Multilevel Marketing Saw Growth 1950 Onwards.

1920 के दशक में, Direct Selling इंडस्ट्री का वार्षिक व्यापार करीब 300 से 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बीच आँका गया था। उस दौर में अमेरिका में डायरेक्ट सेलिंग तेजी से उभर रहा था, क्योंकि कंपनियों को मार्केटिंग खर्च नियंत्रित करना था और टेक्नोलॉजी की अनुपस्थिति में कई उत्पादों की लाइव डेमो देना ज़रूरी था।

1970 से 1990: बदलाव का दौर

इस समय में Direct Selling में बहुत बड़ा परिवर्तन देखा गया। जहाँ पहले केवल कॉस्मेटिक्स और घरेलू उपकरणों की बिक्री होती थी, वहीं अब कंपनियों ने अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में खाद्य पदार्थ, वेलनेस प्रोडक्ट्स और घरेलू सामान को भी शामिल कर लिया।टेक्नोलॉजी में सुधार और नए मार्केटिंग टूल्स व स्ट्रैटेजीज़ के चलते डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों ने अपने काम करने के तरीकों को भी अपडेट किया। इसी दौरान, महिलाओं की भागीदारी में भी जबरदस्त इजाफा हुआ। खासकर वे महिलाएँ जो फुल टाइम जॉब और परिवार की ज़िम्मेदारियों को साथ निभाना मुश्किल समझती थीं, उन्होंने डायरेक्ट सेलिंग को एक सशक्त विकल्प के रूप में चुना।

MLM प्लान और इसकी क्रांति

Nutrilite, जिसकी शुरुआत 1934 में हुई थी, उसने 1945 में पहली बार MLM (मल्टी लेवल मार्केटिंग) प्लान को अपनाया। इस मॉडल में न केवल सेलिंग होती थी, बल्कि डिस्ट्रीब्यूटर्स को अपनी टीम बनाने, उन्हें ट्रेन करने और उनसे कमाई करने का अवसर भी मिला।MLM मॉडल ने प्रोडक्ट डेमो, कस्टमर फीडबैक, एड-ऑन सेल और नए प्रोडक्ट लॉन्च को बहुत आसान बना दिया। इसमें इनकम सिर्फ खुद की बिक्री से नहीं, बल्कि आपकी टीम की बिक्री से भी होने लगी। यह एक ऐसा सिस्टम था, जिसने आम उपभोक्ता को भी एक बिजनेस पार्टनर बनने का मौका दिया।Avon, Tupperware और Amway जैसी ग्लोबल कंपनियों ने इस प्लान को अपनाया और यह मॉडल पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गया।

1990 के बाद: ग्लोबल विस्तार

1990 के दशक में डायरेक्ट सेलिंग ने तेज़ी से ग्लोबल मार्केट में पैर पसारना शुरू किया। कंपनियाँ अब अमेरिका से निकलकर ब्राज़ील, चीन और भारत जैसे उभरते बाजारों में भी प्रवेश करने लगीं।

MLM के नाम पर ठगी और कानून की ज़रूरत

MLM की लोकप्रियता के साथ ही कुछ फर्जी पिरामिड स्कीम्स भी सामने आने लगीं, जो MLM का नकली रूप लेकर लोगों को धोखा देने लगीं। इससे डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री की छवि को नुकसान हुआ।इस समस्या से निपटने के लिए दुनियाभर की सरकारों ने कड़े कानून बनाए और यह सुनिश्चित किया कि सच्चे डायरेक्ट सेलिंग मॉडल और फर्जी पिरामिड स्कीम्स के बीच स्पष्ट अंतर हो।सच्चे Direct Selling बिज़नेस में आमदनी प्रोडक्ट की बिक्री से होती है, जबकि फर्जी स्कीम्स में कमाई केवल लोगों को जोड़ने से होती है।

आज का डायरेक्ट सेलिंग मॉडल

आज Direct Selling एक ऐसा सिस्टम बन चुका है जो 170 से भी ज्यादा देशों में अपनाया जा चुका है। यह न केवल लोगों को गुणवत्तापूर्ण प्रोडक्ट्स तक पहुँचाता है, बल्कि उन्हें स्वावलंबन, लचीलापन और आय का बेहतर विकल्प भी देता है।

Global direct selling is currently a USD 167 billion market
and employs around 90 million people worldwide.

Health and Wealth Expert in India Bhuvan Sharma
Health and Wealth Expert in India Bhuvan Sharma

डायरेक्ट सेलिंग: एक 167 बिलियन डॉलर की वैश्विक इंडस्ट्री

Direct Selling आज एक USD 167 बिलियन डॉलर की विशाल वैश्विक इंडस्ट्री बन चुकी है। भले ही 2012 में इसकी ग्रोथ रेट केवल 5.4% रही (जबकि 2011 में यह 19.7% थी), लेकिन इसका कारण था वैश्विक आर्थिक मंदी। इसके बावजूद, इस इंडस्ट्री की दीर्घकालिक संभावनाएँ आज भी मज़बूत और आशाजनक हैं।


👥 डायरेक्ट सेलर्स की संख्या में बूम

Direct Selling एक ऐसा व्यवसाय मॉडल है जिसमें उत्पादों की डेमो और बिक्री आमने-सामने संवाद के माध्यम से होती है। यही कारण है कि यह मॉडल लाखों लोगों को उद्यमिता (entrepreneurship) का मौका देता है।2001 में जहाँ 43.8 मिलियन डायरेक्ट सेलर्स थे,वहीँ 2012 तक यह संख्या बढ़कर 89.7 मिलियन हो गई — यानी सिर्फ 11 वर्षों में दोगुना से भी ज़्यादा!


👩‍🦰 महिलाओं की भागीदारी: सफलता की रीढ़

2012 के आँकड़ों के अनुसार, Direct Selling इंडस्ट्री में 75% भागीदारी महिलाओं की थी।
इस क्षेत्र ने विशेष रूप से उन महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया, जो पारंपरिक नौकरियों में नहीं जा सकती थीं या घर की ज़िम्मेदारियों के कारण बाहर काम करना मुश्किल समझती थीं।Direct Selling ने उन्हें घर बैठे कमाई का सशक्त माध्यम दिया और एक बेहतर वर्क-लाइफ बैलेंस बनाए रखने का विकल्प भी।


निष्कर्ष

Direct Selling आज सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि एक समाज-परिवर्तनकारी आंदोलन बन चुका है, जो लाखों लोगों को आत्मनिर्भरता, लचीलापन और आत्मसम्मान की ओर ले जा रहा है — खासकर महिलाओं को।

Asia Pacific is the largest direct selling region in the world,
followed by North America and South & Central America.

🔶 एशिया पैसिफिक: डायरेक्ट सेलिंग की धड़कन

एशिया पैसिफिक आज Direct Selling का सबसे बड़ा हब है, जो वैश्विक बाजार का 44% हिस्सा अपने पास रखता है।2010 में जहाँ इसका आकार USD 59.7 बिलियन था, वहीं यह बढ़कर USD 73.2 बिलियन (2012) तक पहुँच गया — यानी 11% की वार्षिक ग्रोथ रेट (CAGR) के साथ।इस क्षेत्र में करीब 4.6 करोड़ लोग डायरेक्ट सेलर के रूप में सक्रिय हैं।जापान, चीन, कोरिया, मलेशिया, ताइवान, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपींस, इंडोनेशिया और भारत — सभी अरबों डॉलर के बाज़ार बन चुके हैं।


🌎 अमेरिका: डायरेक्ट सेलिंग की मजबूत नींव

अमेरिका महाद्वीप वैश्विक Direct Selling मार्केट का 40% हिस्सा रखता है और यहां लगभग 3.1 करोड़ डायरेक्ट सेलर्स कार्यरत हैं।अमेरिका और कनाडा जैसे विकसित देश अकेले ही 16.6 मिलियन डायरेक्ट सेलर्स को अवसर दे रहे हैं।साउथ और सेंट्रल अमेरिका दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता क्षेत्र रहा है, जहाँ 2010 से 2012 तक 14% की CAGR देखी गई।ब्राज़ील इस क्षेत्र का सबसे बड़ा मार्केट है, जो अकेले 45% शेयर पर काबिज है। इसके बाद मैक्सिको, कोलंबिया, वेनेज़ुएला, अर्जेंटीना और पेरू भी अरबों डॉलर के बाजार हैं।


🌍 यूरोप, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका: विविधता में अवसर

यूरोप Direct Selling मार्केट का 15% हिस्सा है, और यहाँ करीब 1.1 करोड़ लोग इस इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं।2010 से 2012 के बीच यह क्षेत्र 4% की स्थिर ग्रोथ दर्ज करता रहा है।पश्चिमी यूरोप (Western Europe) कुल यूरोपीय बाजार का 70% संभालता है। इसमें फ्रांस, जर्मनी, इटली, यू.के. और रूस प्रमुख अरबों डॉलर के बाजार हैं।वहीं, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका अभी छोटे बाज़ार हैं, जिनकी हिस्सेदारी 1% से भी कम है — लेकिन भविष्य के लिए संभावनाएं बनी हुई हैं।


निष्कर्ष

Direct Selling एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है, जो ना केवल उत्पादों को ग्राहकों तक पहुंचा रहा है, बल्कि करोड़ों लोगों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त भी बना रहा है। चाहे एशिया हो या अमेरिका, यह इंडस्ट्री लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही है।

USA is the largest direct selling market in the world,followed by Japan and China.

🇺🇸 अमेरिका: डायरेक्ट सेलिंग की विश्व राजधानी

अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा Direct Selling मार्केट है।2010 में इसका आकार USD 28.6 बिलियन था, जो 2012 में बढ़कर USD 31.6 बिलियन हो गया — यानी 5% की वार्षिक ग्रोथ रेट (CAGR) के साथ।इस उद्योग में अमेरिका में करीब 1.6 करोड़ डायरेक्ट सेलर्स सक्रिय हैं।यहाँ लगभग 1500 कंपनियाँ डायरेक्ट सेलिंग में कार्यरत हैं — जिनमें दुनिया की दिग्गज कंपनियाँ जैसे:Avon Amway Tupperware Mary Kayये सभी कंपनियाँ या तो अमेरिका में स्थित हैं या वहीं से संचालित होती हैं।


जापान: दूसरा सबसे बड़ा डायरेक्ट सेलिंग बाजार

जापान विश्व का दूसरा सबसे बड़ा Direct Selling मार्केट है।Japan Consumers Cooperative Union इस बाजार की सबसे बड़ी कंपनी है।इसके बाद Amway Japan Ltd. और Miki Corporation प्रमुख स्थान पर हैं।जापान में Single Level Marketing (SLM) मॉडल सबसे ज़्यादा प्रचलित है।हालांकि, हेल्थ केयर और वेलनेस प्रोडक्ट्स के लिए Multi Level Marketing (MLM) का उपयोग बढ़ता जा रहा है।


🇨🇳 चीन: तेजी से उभरता हुआ डायरेक्ट सेलिंग मार्केट

चीन Direct Selling में जापान के बाद तीसरे स्थान पर है, लेकिन इसकी ग्रोथ सबसे तेज़ रही है।2010 में चीन का डायरेक्ट सेलिंग बाजार USD 13.35 बिलियन था, जो 2012 में बढ़कर USD 19.9 बिलियन हो गया — यानी 22% की CAGR के साथ!चीन में अग्रणी कंपनियाँ हैं:Amway (China) Co. Ltd. Infinitus (China) Co. Ltd.Mary Kay Cosmetics Co.


निष्कर्ष:

अमेरिका, जापान और चीन — ये तीन देश मिलकर डायरेक्ट सेलिंग की दुनिया को दिशा दे रहे हैं। अमेरिका जहां संस्थापक और सबसे बड़ा बाजार है, वहीं जापान और चीन इस मॉडल को अपनी सांस्कृतिक और व्यावसायिक ज़रूरतों के अनुसार ढालकर बड़ी सफलता पा रहे हैं।

Cosmetics and personal care is the biggest category
capturing 35 per cent share globally in the direct selling
market, followed by wellness products and household
goods.

डायरेक्ट सेलिंग में बिकने वाले प्रमुख प्रोडक्ट कैटेगरीज़

दुनिया भर में कंपनियाँ डायरेक्ट सेलिंग के ज़रिए अपने प्रोडक्ट्स को प्रमोट, डेमो और सेल करती हैं।
आज Direct Selling इंडस्ट्री में 10 से अधिक प्रोडक्ट कैटेगरीज़ मौजूद हैं।

💄 1. कॉस्मेटिक्स और पर्सनल केयर (Cosmetics & Personal Care)

यह Direct Selling की सबसे बड़ी कैटेगरी है।2012 में इस सेगमेंट का मार्केट साइज था USD 58 बिलियन।इंडस्ट्री की कुल आय में इसका हिस्सा है 35%।प्रोडक्ट्स: स्किन केयर, हेयर केयर, मेकअप, फ्रेग्रेन्स आदि।

👉 डायरेक्ट सेलर्स की पर्सनल टच और डेमोनेस्ट्रेशन इस कैटेगरी को खास बनाते हैं।


🧘‍♀️ 2. वेलनेस प्रोडक्ट्स (Wellness Products)

दूसरा सबसे बड़ा सेगमेंट — मार्केट साइज USD 42 बिलियन।इंडस्ट्री में 25% योगदान।प्रोडक्ट्स: हेल्थ सप्लिमेंट्स, न्यूट्रिशन प्रोडक्ट्स, वेट मैनेजमेंट आदि।

👉 यह सेगमेंट तेज़ी से बढ़ रहा है, खासकर हेल्थ के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण।


🧹 3. हाउसहोल्ड गुड्स और ड्यूरेबल्स (Household Goods & Durables)

Direct Selling के ज़रिए USD 23 बिलियन की बिक्री।प्रोडक्ट्स: किचन अप्लायंसेज, क्लीनिंग प्रोडक्ट्स, होम यूटिलिटी आइटम्स आदि।


👚 4. क्लोदिंग और एसेसरीज़ (Clothing & Accessories)

मार्केट साइज: USD 15 बिलियन।डायरेक्ट सेलिंग में लगातार बढ़ती कैटेगरी।


📚 5. अन्य कैटेगरीज़ (Others)

होम इम्प्रूवमेंट, यूटिलिटीज़, बुक्स और स्टेशनरी जैसे सेगमेंट्स भी डायरेक्ट सेलिंग के ज़रिए बेचे जा रहे हैं।इनकी कुल बिक्री लगभग USD 3-5 बिलियन तक है।इन सभी ने 2010 से 2012 तक दो अंकों की ग्रोथ (Double Digit Growth) दर्ज की है।


निष्कर्ष:

डायरेक्ट सेलिंग अब सिर्फ एक बिज़नेस मॉडल नहीं बल्कि एक बहु-उत्पाद प्लैटफॉर्म बन चुका है।
कॉस्मेटिक्स, वेलनेस और हाउसहोल्ड प्रोडक्ट्स की डिमांड सबसे अधिक है क्योंकि इन्हें डेमो और व्यक्तिगत समझ की ज़रूरत होती है — जो केवल एक डायरेक्ट सेलर ही दे सकता है।

Direct selling market in India took off in 1990’s with the
influx of the large global direct selling companies looking
to tap the India opportunity.

भारत में डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री का सफर

🕰️ शुरुआत: 1980 के दशक में

भारत में डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री की शुरुआत 1980 के दशक में हुई, लेकिन यह इंडस्ट्री 1990 के दशक की शुरुआत में तेज़ी से आगे बढ़ी, जब देश ने वैश्विक बाज़ार के लिए अपने द्वार खोले


🚀 तेज़ी से बढ़त: उदारीकरण के बाद

1991 के आर्थिक उदारीकरण के बाद भारत में कई वैश्विक डायरेक्ट सेलिंग कंपनियाँ आईं।इस दौर में इंडस्ट्री ने तेज़ विकास देखा।


🌐 प्रमुख वैश्विक कंपनियों की एंट्री

Amway ने भारत में कदम रखा 1995 में — यह पहली बड़ी ग्लोबल डायरेक्ट सेलिंग कंपनी थी जिसने भारतीय बाज़ार में एंट्री ली।इसके बाद Avon, Oriflame और Tupperware जैसी बड़ी कंपनियाँ 1996 में भारत आईं।


🇮🇳 पहली भारतीय कंपनी: Modicare

लगभग इसी समय पर, Modicare उन पहली भारतीय कंपनियों में से एक थी जिसने डायरेक्ट सेलिंग के इस वितरण मॉडल को अपनाया।


निष्कर्ष

भारत में डायरेक्ट सेलिंग का सफर धीरे-धीरे शुरू हुआ, लेकिन उदारीकरण के बाद इसने एक तेज़ी से बढ़ते और रोज़गार सृजन करने वाले सेक्टर का रूप ले लिया। आज यह इंडस्ट्री लाखों लोगों को आत्मनिर्भर बनने और एंटरप्रेन्योर बनने का अवसर दे रही है।

The direct selling market in India has grown at a CAGR
of 21 per cent over the last 5 years from INR33 billion in

Health and Wealth Expert in India Bhuvan Sharma
Health and Wealth Expert in India Bhuvan Sharma

भारत के डायरेक्ट सेलिंग मार्केट का नेतृत्व मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय कंपनियां करती हैं, जैसे कि Amway, Avon, और Herbalife।पिछले पांच वर्षों में इस मार्केट ने 21% की सालाना औसत वृद्धि दर (CAGR) से शानदार विकास किया है और वर्तमान में इसकी वैल्यू 72 अरब रुपये तक पहुंच चुकी है।हालांकि, 2012-13 में मार्केट ग्रोथ थोड़ी धीमी हुई थी, जिसका कारण वैश्विक आर्थिक मंदी का अल्पकालिक प्रभाव माना जाता है।आगे चलकर, डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री की वृद्धि और तेज़ होने की उम्मीद है, क्योंकि उत्पादों की मांग बढ़ रही है और डायरेक्ट सेलिंग का नेटवर्क लगातार फैला है।

Health and Wellness is the biggest category capturing
47 per cent share in the direct selling market followed by
wellness products and household goods.

डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में कई तरह के उत्पाद आते हैं, लेकिन वे उत्पाद जो ग्राहक से सीधे संवाद और डेमोंस्ट्रेशन मांगते हैं, जैसे हेल्थ और वेलनेस प्रोडक्ट्स, कॉस्मेटिक्स और पर्सनल केयर, सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं।स्वस्थ जीवनशैली के प्रति बढ़ती जागरूकता ने वजन घटाने और डाइट सप्लीमेंट्स जैसे हेल्थ प्रोडक्ट्स की मांग को काफी बढ़ा दिया है। इसी वजह से हेल्थ और वेलनेस सेक्टर डायरेक्ट सेलिंग में सबसे बड़ा हिस्सा रखता है, जिसकी बाजार कीमत 2012-13 में लगभग 31.5 अरब रुपये थी।कॉस्मेटिक्स और पर्सनल केयर ने 2012-13 में 23.5 अरब रुपये का कारोबार किया, जो मार्केट का लगभग 35% हिस्सा है। भारत में खुद की देखभाल, सौंदर्य और पर्सनल केयर को लेकर बढ़ती रुचि के कारण महिलाओं और पुरुषों के लिए कई नए प्रोडक्ट्स लॉन्च किए गए हैं, जिन्हें डायरेक्ट सेलिंग के माध्यम से आसानी से समझाया और चुना जा सकता है।साफ-सफाई और स्वच्छता के प्रति उपभोक्ता जागरूकता बढ़ने से होमकेयर और होम इम्प्रूवमेंट प्रोडक्ट्स की मांग भी तेजी से बढ़ी है। इस कैटेगरी का मार्केट साइज़ 2012-13 में लगभग 7.4 अरब रुपये था, जो डायरेक्ट सेलिंग के कुल रेवेन्यू का 11% हिस्सा बनता है।

Direct selling companies have also contributed towards
economic development by investing in manufacturing and 

mway ने भारत में अब तक लगभग 1500 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसमें से लगभग 220 करोड़ रुपये विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) के रूप में हैं। कंपनी ने कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स को तकनीक हस्तांतरण के लिए 200 करोड़ रुपये निवेश किए हैं।
Amway की पहली LEED-सर्टिफाइड ग्रीनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट तमिलनाडु में 2015 की शुरुआत में खुलने वाली है, जिसका निवेश लगभग 5500 करोड़ रुपये है। यहां मुख्य रूप से न्यूट्रीशन और ब्यूटी प्रोडक्ट्स का उत्पादन होगा।
इसके अलावा, Amway इंडिया एंटरप्राइजेज ने भारत में एक समर्पित R&D सेंटर स्थापित किया है, जो कंपनी का विश्व स्तर पर तीसरा R&D केंद्र होगा। यह केंद्र खास तौर पर भारतीय बाजार के लिए इनोवेटिव प्रोडक्ट्स विकसित करेगा, जिनका भविष्य में वैश्विक स्तर पर विपणन भी हो सकता है।

Herbalife

Herbalife International India Private Limited 1999 में शुरू हुई और आज भारत की सबसे बड़ी डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों में से एक है। यह कंपनी न्यूट्रिशनल फूड प्रोडक्ट्स, एनर्जी ड्रिंक मिक्स और पर्सनल केयर उत्पादों के ट्रेडिंग और मार्केटिंग में सक्रिय है।
Herbalife के उत्पाद हिमाचल प्रदेश के बड्डी और पौंटा साहिब में थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरर्स द्वारा बनाए जाते हैं, जबकि पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स आयात किए जाते हैं। कंपनी का मिशन है “लोगों के जीवन को बदलना” और वह डायरेक्ट सेलिंग के माध्यम से स्वतंत्र एसोसिएट्स के नेटवर्क से बिक्री करती है।

Vestige

Vestige, 2004 में शुरू हुई, हेल्थ और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की डायरेक्ट सेलिंग कंपनी है। कंपनी हर साल लगभग 15 नए प्रोडक्ट लॉन्च करने का लक्ष्य रखती है।
Vestige ने हिमाचल प्रदेश के बड्डी में मैन्युफैक्चरिंग सुविधा के लिए 200 करोड़ रुपये का निवेश किया है और 2015 तक अपना R&D सेंटर स्थापित करने की योजना बना रही है, जो मुख्य रूप से आयुर्वेदिक उत्पादों पर केंद्रित होगा।

Oriflame

Oriflame इंडिया, स्वीडिश डायरेक्ट सेलिंग कंपनी Oriflame की पूरी तरह से स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। इसका मैन्युफैक्चरिंग यूनिट नोएडा में स्थित है, जो घरेलू बाजार के साथ-साथ एक्सपोर्ट मार्केट के लिए भी उत्पाद बनाता है।

Vestige – कंपनी प्रोफ़ाइल और सामाजिक योगदान

Vestige का परिचय

Vestige, एक भारतीय डायरेक्ट सेलिंग कंपनी है, जो अपने सदस्यों को अपनी ज़िंदगी को अपनी शर्तों पर जीने का अवसर देने में विश्वास रखती है।
Vestige Marketing Pvt. Ltd. ने भारत में 2004 में अपनी शुरुआत की और तब से यह हेल्थकेयर और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की डायरेक्ट सेलिंग के क्षेत्र में अग्रणी कंपनियों में से एक बन गई है।
यह कंपनी ISO 9001-2008 प्रमाणित है और अपने सभी ग्राहकों को विश्वस्तरीय सेवा प्रदान करने का प्रयास करती है।
Vestige ने गुणवत्ता युक्त उत्पादों को आकर्षक कीमतों पर उपलब्ध कराकर एक स्थायी और सफल व्यापार मॉडल बनाया है, और पिछले कुछ वर्षों में यह लगभग 100% की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ रही है।

उत्पादन और निवेश

Vestige ने हिमाचल प्रदेश के बड्डी में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की है और साथ ही कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग का भी लाभ उठा रही है। कंपनी का उद्देश्य हर साल नए और प्रभावशाली उत्पादों को बाजार में लाना है।

Avon का सामाजिक अभियान

Avon India ने 2008 में Avon Breast Cancer Crusade की शुरुआत की, जो महिलाओं में स्तन कैंसर जागरूकता फैलाने के लिए थी। 2009 में “Don’t turn a blind eye to breast cancer” अभियान भी चलाया गया।
इस कैंपेन के माध्यम से 1 मिलियन से अधिक महिलाओं तक जागरूकता पहुंचाई गई।
2008 से 2010 के बीच, Avon ने पिंक रिबन उत्पादों की बिक्री से $80,000 से अधिक राशि जुटाई, जो कैंसर पेशेंट्स एड एसोसिएशन को दान की गई।

Vestige का कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR)

Vestige ने मदुरै के बाहर एक अनाथालय को “Vestige Heart to Heart” फाउंडेशन के तहत अपनाया है।
यह कंपनी 165 बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और देखभाल का खर्च वहन करती है।
साल 2013 में, Vestige ने अपनी CSR गतिविधियों पर 50 लाख रुपये से अधिक खर्च किए।

R&D.8

1 thought on “7 Fastest Direct Selling Company In India Amazing Facts”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *